पैसे की जरूरत हर किसी को पड़ती रहती है। इसके पीछे कई वजह हो सकती है। पैसे के बगैर कई बार लोग अपनी मूलभूत जरूरतों को भी पूरा नहीं कर पाते ,मूलभूत जरूरतें यानी कि रोटी, कपड़ा, मकान और अच्छी एजुकेशन होती है। आज हम इसी में से एक मूलभूत जरूरत को पूरा कैसे करे के बारे मे बताने जा रहे। हर किसी का ख्वाब होता है की उनके पास खुद की घर हो लेकिन इस महंगाई के ज़माने में घर खरीदने के लिए एकमुश्त रकम जुटाना सभी के लिए संभव नहीं है ऐसे परिस्थिति में अपना मकान खरीदने के लिए आप होम लोन का सहारा भी ले सकते है।
वही बैंक से ली गई राशि को आप को हर महीने ईएमआई(E.M.I) के रूप में अदा कर सकते है। लोन देने से पहले बैंक आप की प्रॉपर्टी से जुड़े कागजात सिक्योरिटी के रूप में मांग सकता है। वही बैंक आपको पैसे आपकी आमदनी को देखते हुए लोन प्रदान करता है। अगर आपकी आमदनी अच्छी खासी है और आपके पास आय के अच्छे साधन है तो लोन मिलने में आपको आसानी रहेगी। अच्छी आमदनी के चलते आपको बड़ा लोन मिल सकता है।
अपनी सैलरी का कितना गुना होम लोन ले सकते है ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें होम लोन आमदनी का 60 गुना मिल सकता है।
जैसे कि मान लीजिए किसी की मासिक सैलरी 60 हजार रुपए है और बैंक के नियमों के अनुसार अगर आपके महीने का पर्सनल खर्च 25 हजार के बीच आता है और यदि आपने इससे पहले कोई लोन नहीं ले रखा है तो ऐसे में आप 20 साल के लिए 9 फ़ीसदी सालाना ब्याज दर से होम लोन के तौर पर 30 से 35 लाख रुपए लोन के रूप में ले सकते हैं।
होम लोन पाने के लिए ग्राहकों के लिए कुछ मूलभूत पात्रता निर्धारित की गई है।
-किसी व्यक्ति को उसकी प्रति माह की सैलरी का 60 गुना लोन मुहैया हो सकता है।
-अगर आपने लोन लिया है और उसकी ईएमआई नहीं दी है तो ऐसे में भी बैंक दूसरा लोन देने से मना कर सकता है।
-निजी व्यवसाय और नौकरी पेशा करने वाले लोगों के लिए लोन लेने का बैंक की ओर से अलग-अलग नियम निर्धारित किए गए हैं
होम लोन पाने के लिए ग्राहकों के लिए कुछ मूलभूत पात्रता निर्धारित की गई है।
-किसी व्यक्ति को उसकी प्रति माह की सैलरी का 60 गुना लोन मुहैया हो सकता है।
-अगर आपने लोन लिया है और उसकी ईएमआई नहीं दी है तो ऐसे में भी बैंक दूसरा लोन देने से मना कर सकता है।
-निजी व्यवसाय और नौकरी पेशा करने वाले लोगों के लिए लोन लेने का बैंक की ओर से अलग-अलग नियम निर्धारित किए गए हैं
होम लोन के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट-
-पहचान पत्र के तौर पर आधारकार्ड, पासबुक, पैन कार्ड, बर्थ सर्टिफिकेट, ड्राइविंग लाइसेंस, हो सकता है
-निवास प्रमाण पत्र के लिए आप अपने पहचान पत्र को प्रस्तुत कर सकते है।
-इस दौरान आपके पास पासपोर्ट साइज फोटो होना चाहिए।
-सैलरी स्लिप की कॉपी
-आवश्यक डॉक्यूमेंट के तौर पर आपके रोजगार की डिटेल देनी होती है।
-अगर आप शिक्षित है तो आपको अपनी डिग्रियों के पेपर लगाने होते है।
-आपके घर में इनकम के कितने सोर्स है इसके लिए तीन साल का इनकम टैक्स रिटर्न के डॉक्यूमेंट को पेश कर सकते है।
-बैंक में आपको अपनी प्रॉपर्टी के कागजात लगाने पड़ते है। अगर आप लोन चुका पाने में सक्षम नहीं तो ऐसे में बैंक आपकी प्रॉपर्टी को बेचकर इसकी वसूली कर लेता है।
होम लोन के लिए अप्लाई करने का तरीका-
एप्लीकेशन को भरे
प्रारंभिक तौर पर आपको सबसे पहले बैंक से एप्लीकेशन लेना होता है। जिसमें आपको अपना आधार नंबर के अलावा और जरूरी कागजात जमा करने होते हैं। इन सभी की आवश्यकता एप्लीकेशन फॉर्म को भरने के लिए होती है।
डॉक्यूमेंट को एजेंट को सौंपे
बैंक का एजेंट होम लोन देने के लिए आपसे आवश्यक दस्तावेज को कलेक्ट करने के लिए आपके घर भी आते हैं। ऊपर बताए गए सभी दस्तावेज को आप अपने साथ रखें।
डॉक्यूमेंट प्रोसेसिंग का इंतजार करे
बैंक आपके दिए गए दस्तावेजों को अच्छे से जांचेगा और उसके प्रमाणित करने के बाद ही बैंक के एजेंट आपके रोजगार अथवा व्यवसाय की सत्यता के लिए आपके ऑफिस या संबंधित संगठन से जरूरत पड़ने पर संपर्क कर सकते हैं।
आपके पास सभी दस्तावेज सही क्रम में रखे गए हैं तो इसके आगे आप आवेदन के अगले चरण में पहुंच जाते हैं।
एक बहुत जरूरी चीज जोकि लोन को दिलाने में काफी कारगर साबित होती है वो है आपका अच्छा सिविल स्कोर, लोन पास कराने के लिए ये बेहद जरूरी माना जाता है।
सैंक्शन लेटर के लिए रुके
आपके द्वारा दिए गए सभी डॉक्यूमेंट की जांच करने के बाद लोन धारक के पास सेक्शन लेटर आता है। इसमें लोन संबंधित जानकारी दी जाती है कि आपको कितने रुपए का लोन मिलेगा और इसके एवज में कितना प्रतिशत ब्याज चार्ज होगा। इससे जुड़ी और भी जानकारियां इसमें लिखी होती है।
कानूनी और तकनीक रूप से जांच करके बैंक या हाउसिंग फाइनेंसिंग कंपनी आप की प्रॉपर्टी की जैसे ही कानूनी प्रक्रिया को पूरी कर लेते हैं इसके बाद बैंक के एजेंट आपकी बताई गई प्रॉपर्टी को देखने के लिए आपके घर भी विजिट करने को आते हैं।
प्रोसेसिंग फीस अदा करे
जैसे ही आप सेक्शन लेटर पर साइन कर देते हैं इसके बाद ग्राहक को प्रोसेसिंग फीस की पेमेंट करनी होती है। ये सिर्फ एक बार अदा करनी होती है और वही कई बार तो बैंक यह फीस आपसे पहले ही भरवा लेते हैं।
लोन संबंधी एग्रीमेंट
लोन के अंतिम चरण में आपको लोन का एग्रीमेंट साइन करना पड़ता है उसके बाद बैंक द्वारा आपको लोन का एग्रीमेंट करने के लिए कहा जाता है इस तरह से बैंक आपको लोन मुहैया करा देता है।