आज का हमारा आर्टिकल लहसुन के आयुर्वेदिक उपाय से संबंधित है।
भारतीय भोजन अपने स्वाद और जायके के लिए दुनिया भर में मशहूर है। भारतीय भोजन में कई तरह के पारंपरिक मसाले और सामग्री का उपयोग किया जाता है जिसमें से एक लहसुन सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। लहसुन ना सिर्फ खाने में जाएगा और स्वाद लाता है बल्कि लहसुन के कई आयुर्वेदिक फायदे भी मौजूद हैं जिसे हजारों वर्षों से स्वास्थ्य संबंधित लाभ के लिए उपयोग में लाया जा रहा है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के मुताबिक लहसुन में एंटी बैक्टीरियल एंटी फंगल, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी वायरल गुण भरपूर रूप से पाए जाते हैं जो एक औषधि के रूप में शरीर को कई तरह की बीमारियों से दूर करने में कारगर साबित होते हैं। लहसुन में एजोइन और एलिन गुण तत्व भी पाए जाते हैं जिससे यह एक असरकारक औषधि बनती है। इस ब्लॉग में हम इन मुद्दों के बारे में बतायेगे – Garlic benefits, lahsun khane ke fayde, lahsun ke faide, lahsun khane ke fayade, lahsun ko english mein kya kahate hain, lahsun khane se kya hota hai, khali pet lahsun khane ke fayde, kacha lahsun khane ke fayde, lahsun khane ke fayde in hindi etc.
लहसुन के आयुर्वेदिक उपयोग (Lahsun Ka Ayurvedic Upyog)
लहसुन के आयुर्वेदिक उपयोग स्वास्थ्य से संबंधित कई तरह के लाभ देते हैं जो इस प्रकार है-:
वजन कम करने में असरकारक लहसुन (Garlic for weight loss)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन में anti-obesity गुण पाया जाता है जो वजन को कम करने में सहायता प्रदान करता है। इसके अलावा लहसुन में थर्मोजेनेसिस नामक तत्व पाया जाता है जो शरीर में गर्मी पैदा कर फैट बर्न में सहायक होता है।
हाई ब्लड प्रेशर में सहायक लहसुन (Garlic for high blood pressure)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन में बायो एक्टिव सल्फर योगिक पाया जाता है जो शरीर में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करता है। दरअसल शरीर में सल्फर की कमी से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का सामना करना पड़ता है लेकिन लहसुन के सामान्य उपयोग से इसमें मौजूद सल्फर योगिक हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने में कारगर साबित होता है।
कोलेस्ट्रोल कम करने में असरकारक लहसुन (Garlic benefits)
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक लहसुन में मौजूद हाइपरलिपिडमिया गुण पाया जाता है जो कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को सामान्य रखने में कारगर साबित होता है। यदि लहसुन का प्रयोग सामान्य रूप से खाने में किया जाए तो शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है।
हृदय रोग में असरकारक लहसुन (Garlic benefits for heart)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन में कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण मौजूद होते हैं जो शरीर में हृदय रोग की समस्या में कमी लाते हैं और इससे हृदय स्वस्थ रुप से कार्य करता है।
मधुमेह रोग में असरकारक लहसुन (Garlic benefits for diabetes)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन में एंटी डायबिटिक गुण पाया जाता है जो डायबिटीज टाइप 2 को नियंत्रित करने में सहायक होता है। यदि शुगर मरीज कच्चे लहसुन का एक-दो हफ्ते उपयोग करें तो उसका शुगर कंट्रोल में आ सकता है।
सर्दी और जुकाम में असरकारक लहसुन (Garlic for cold)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन में एलिसिन योगिक पाया जाता है जो कि सर्दी जुखाम की समस्या का प्रभाव कम करने में सहायक होती है। इसके अलावा यदि पुरानी लहसुन के करीब 2.50 ग्राम अर्क का उपयोग किया जाए तो इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे सर्दी जुखाम की समस्या को कम किया जा सकता है।
हड्डियों और गठिया की समस्या में असरकारक लहसुन (Garlic for bones)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन में मौजूद आयुर्वेदिक गुण हड्डियों और गठिया की समस्या में सहायक होते हैं जिसके चलते यदि कच्चे लहसुन का उपयोग सामान्य तौर पर किया जाए तो इससे हड्डियों के कमजोर होने या ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या कम हो जाती है। लहसुन में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी अर्थराइटिक गुण पाए जाते हैं जिससे गठिया की समस्या में राहत मिलती है और लहसुन के सामान्य उपयोग से शरीर में कैल्शियम की मात्रा बनी रहती है जिससे हड्डियां मजबूत होती है।
लीवर की समस्या में सहायक लहसुन
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन में एंटी एलील्मर केप्टोसाइटिस्टीन तत्व पाया जाता है जो कि लीवर की सूजन में सहायक होता है और यह लीवर को किसी भी प्रकार की चोट और जोखिम से बचाता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक लहसुन
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन में एंटीक बैक्टीरियल और एंटीवायरस गुण पाया जाता है जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं जिससे कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है। लहसुन का सामान्य उपयोग शरीर में इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत करता है।
किडनी में संक्रमण का प्रभाव कम करता है लहसुन
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन किडनी में होने वाले संक्रमण के प्रभाव को कम करता है। दरअसल पी. एरूजिनोसा नामक तत्व किडनी के संक्रमण को बढ़ाता है लेकिन लहसुन में मौजूद एलिसन योगिक इस संक्रमण को और किडनी में होने वाले रोगों को कम करने में सक्षम होता है।
अल्जाइमर की समस्या में असरकारक लहसुन
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन का सामान्य उपयोग अल्जाइमर की समस्या के प्रभाव को कम करता है। अल्जाइमर की समस्या में व्यक्ति को भूलने की आदत हो जाती है। लहसुन में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो अल्जाइमर के तत्व को कमजोर कर देते हैं।
आंखों की समस्या में असरकारक लहसुन
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन में कई तरह के एंटीओक्सिडेंट गुण पाए जाते हैं जो आंखों की समस्या में असरकारक होते हैं। दरअसल अकैंथेमीबा और केरिटाइटिस नामक संक्रमण तत्व आंखों की समस्या का कारण बनते हैं लेकिन लहसुन में मौजूद अमीबसाइडल तत्व इन संक्रमण तत्वों का प्रभाव कम करता है जिससे आंखों की समस्या में निजात मिलती है।
छालों की समस्या में असरकारक लहसुन
हेल्थ एक्सपर्ट्स लहसुन में एंटीवायरल तत्व मौजूद होते हैं जो छालों की तत्वों को बेअसर करके छालों की समस्याओं से निजात दिलाते हैं। हर्पीस सिंपलेक्स नामक तत्व के कारण नाक और होठों के हिस्से के पास फफोले हो जाते हैं जिन्हें छाले का रूप दिया जाता है और यह काफी दर्दनाक होते हैं। यदि छालों के वक्त लहसुन का सामान्य प्रयोग किया जाए तो इससे कोल्ड सोर या छालों की समस्या में सुधार हो सकता है।
कान के इन्फेक्शन में असरकारक लहसुन
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन में एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं जो कान में होने वाले इन्फेक्शन के तत्व को कमजोर बना देता है। हालांकि गंभीर कान दर्द में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
कील मुहांसों में असरकारक लहसुन
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लहसुन त्वचा से संबंधित समस्या जैसे कील-मुंहासों को कम करने में भी असरकारक होती है। कील-मुंहासों की समस्याओं बैक्टीरिया के कारण होती है और लहसुन में एंटी बैक्टेरियल गुण पाया जाता है जिससे कील-मुंहासों की समस्या का खत्म किया जा सकता है।