Corona Virus Prevent While Traveling In Hindi
How To Travel Safely During COVID
हमारे देश की सरकार ने और डॉक्टर्स ने लोगों को कहीं भी यात्रा करने से मना किया है पर कभी कभी ऐसी मज़बूरी आती है कि हमें यात्रा करना अत्यंत आवश्यक हो जाता है। कुछ ऑफ़िस का या अन्य जरूरी कार्य को करने के लिए हमें सफ़र करना पड़ता है, इसलिए हम आपको बताते है, सफ़र करते समय कोरोना वायरस से बचने के उपायअगर आप बीमार हैं तो सफ़र ना करेंW.H.O. ने कहा है कि आपको खांसी, जुकाम, बुखार या सांस लेने में परेशानी होती है तो आपको यात्रा नहीं करना चाहिए। ऐसी बीमार परिस्थिति के दौरान सफ़र करने से कोरोना वायरस के संक्रमण का ख़तरा अधिक रहता है। पहले आपको डॉक्टर से अपना चेक अप करवाना चाहिए और उसके नियमों का पालन करते हुए सफ़र करना चाहिए।
सफ़र में एक मीटर का अंतर अवश्य रखें
सफ़र में यात्रियों के को पास पास ही बैठना होता है पर यदि आपके समीप कोई ऐसा यात्री हो जिसे खांसी, जुकाम, बुखार हो, तो आप भले ही खड़े रहे पर उससे 2-3 मीटर की दूरी अवश्य बनाये रखें। खांसने या छीकने से कोरोना का वायरस हवा में जीवित रहते हुए कम से कम 2 फुट तक जा सकता है और आपको संक्रमित कर सकता है।
मुंह, आंख और नाक को जरा भी स्पर्श ना करें
अगर कोरोना वायरस आपके हाथ में है तो आप जहाँ जहाँ स्पर्श करेंगे वहां वहां वायरस चिपक जायेगा। मुंह, आँख और नाक की सतह पर नमी होने के कारण कोरोना वायरस के शरीर में प्रवेश करने का खतरा ज्यादा होता है।
स्वयं के कंबल चादर इस्तेमाल करें
रेलवे ने AC कोच में कम्बल और चादर आदि देना बंद कर दिया है इसलिए स्वयं के कम्बल, चादर नैपकीन इत्यादि का इस्तेमाल करें किसी भी अन्य व्यक्ति से ना लें।
अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर जाने से बचें
अगर आप वायुमार्ग का इस्तेमाल कर रहें है तो डोमेस्टिक एयरपोर्ट को चुने क्योंकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विदेशी यात्री अधिक होते है। इस समय भारत में कोरोना विदेशी यात्रियों द्वारा आ रहा है।
यात्रा में कोरोना वायरस से बचने के लिए अन्य सावधानियां
- बाहर का भोजन ना करें अपने घर से खाना लेकर चलें।
- ऐसे व्यक्ति के दूर रहें जिसे सर्दी, खांसी, कफ या बुखार हो ।
- अपने हाथ सेनेटाइजर से बार बार साफ करते रहें।
- उच्चस्तरीय मास्क पहनें इससे आपके नाक और मुंह संक्रमण से बचे रहेंगे।
- खांसते, झींकने और खांसने से पहले अपने मुह पर रुमाल रखें।
- सफ़र में यदि तबियत ख़राब लगे तो ट्रेन में या बस में मेडिकल सुविधाओं की मांग करें।